#शिवाला : एक मंदिर ऐसा भी है जहां की जाती है रावण की पूजा
@sanatanyatra:कानपुर के प्रयाग नारायण #शिवाला में एक मंदिर ऐसा भी है जहां रावण की पूजा की जाती है। ये रावण का मंदिर है, रावण का मंदिर यूपी के कानपुर जिले में स्थित है।
सालभर में सिर्फ #विजयदशमी के दिन ही दशानन के इस मंदिर को खोला जाता है। #दशहरा पर दशानन मंदिर में रावण की पूजा आरती पूरे विधि-विधान से की जाती है।
रावण पुतला दहन से पहले मंदिर को बंद भी कर दिया जाता है। विजयादशमी के दिन इस मंदिर में पूरे विधि-विधान से रावण का दुग्ध स्नान और अभिषेक कर शृंगार किया जाता है। उसके बाद पूजन के साथ रावण की स्तुति कर आरती की जाती है। शमी पत्तियां एवं विष्णुकांता (अपराजिता) के पुष्प चढ़ाएं जाते हैं आज के दिन दूर-दूर से श्रद्धालु यहां रावण के दर्शन को जुटते हैं, बाहर ही कानपुर की सबसे सस्ती बाजार शिवाला है जहां महिलाओं की पसंद की हर एक चीज़ मिलती चाहे वो चूड़ियां हों या कपड़े, बैग्स हों या सैंडल उस पर चाट बताशे डोसा कुल मिलाकर यहां आने पर सारा दिन निकल जाता तो आज के दिन यहां एक्स्ट्रा भीड़ होती है।
मंदिर के बाहर और यहां से करीब 2 किलोमीटर की दूरी पर आनंदेश्वर परमट मंदिर में बहेलिए नीलकंठ पंक्षी के दर्शन कराते हैं, कुछ लोग खरीद कर पक्षियों को उड़ा देते हैं पुरानी मान्यता है कि आज के दिन नीलकंठ पंक्षी के दर्शन करने चाहिए और रावण दहन के उपरांत पान खाना चाहिए।
बड़ा चौराहा जो कि शिवाला, परेड, आनंदेश्वर मंदिर सब करीब ही हैं तो परेड क्षेत्र में कानपुर का सबसे बड़ा रावण का पुतला बनाया जाता यहां परेड रामलीला सोसायटी द्वारा प्रति वर्ष रामलीला का आयोजन होता जो दूर-दूर तक प्रसिद्ध है।