#NalandaUniversity : नालंदा विश्वविद्यालय के नए परिसर का उद्घाटन, PM मोदी ने कहा- किताबें भले जल जाएं, ज्ञान नहीं मिटता
नालंदा। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी (Narendra Modi) ने आज बुधवार को नालंदा विश्वविद्यालय (#NalandaUniversity) के नए परिसर का उद्घाटन किया। उन्होंने कहा, “नालंदा विश्वविद्यालय के नए कैंपस का उद्घाटन करना मेरा सौभाग्य है। नालंदा विश्वविद्यालय (Nalanda University) को मुस्लिम आक्रमणकारियों ने जलाया लेकिन आग से ज्ञान को नष्ट नहीं किया जा सकता। नालंदा विश्वविद्यालय का यह नया कैंपस विश्व को भारत के नए सामर्थ्य का परिचय देगा। नालंदा बताएगा कि कैसे राष्ट्र इतिहास को पुनर्जीवित करके बेहतर भविष्य की नींव रख सकता है।” इस अवसर पर उन्होंने विश्वविद्यालय परिसर में एक पेड़ भी लगाया।
बता दें कि लोकसभा चुनाव के बाद प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी (Narendra Modi) पहली बार बिहार के दौरे पर पहुंचे थे। इस दौरे में विदेश मंत्री एस जयशंकर और 17 देशों के राजदूत भी उनके साथ थे। नालंदा विश्वविद्यालय (#NalandaUniversity) में आयोजित कार्यक्रम में राज्यपाल राजेंद्र विश्वनाथ आर्लेकर, मुख्यमंत्री नीतीश कुमार, नालंदा विश्वविद्यालय के चांसलर प्रोफेसर अरविंद पनगढ़िया, कुलपति प्रो. अभय सिंह भी मौजूद रहे।
PM मोदी ने नालंदा विश्वविद्यालय (Nalanda University) के जरिए पूरी दुनिया को संदेश दिया। कहा, “नालंदा केवल भारत के अतीत का ही पुनर्जागरण नहीं है, इसमें भारत ही नहीं एशिया के कितने देशों की विरासत जुड़ी है। एक विश्वविद्यालय के उद्घाटन में इतने देशों के प्रतिनिधियों का शामिल होना अपने आप में अभूतपूर्व है। बिहार के लोगों को बधाई कि वे अपने गौरव को वापस लाने के लिए जिस तरह से विकास की राह पर आगे बढ़ रहे हैं, नालंदा का ये कैंपस उसी की एक प्रेरणा है।”
नरेंद्र मोदी ने कहा कि प्राचीन नालंदा विश्वविद्यालय (#NalandaUniversity) में बच्चों का प्रवेश उनकी पहचान, उनकी राष्ट्रीयता को देख कर नहीं होता था। हर देश हर वर्ग के युवा हैं यहां पर। नालंदा विश्वविद्यालय के इस नए परिसर में हमें उसी प्राचीन व्यवस्था को फिर से आधुनिक रूप में मजबूती देनी है और मुझे यह देख कर खुशी है कि दुनिया के कई देशों से आज यहां कई विद्यार्थी आने लगे हैं।
प्रधानमंत्री ने कहा कि भारत में सर्वश्रेष्ठ शिक्षण संस्थान खुल रहे हैं। अब भारत के शिक्षण संस्थान ग्लोबल हो रहे। नालंदा विश्वविद्यालय (Nalanda University) को भी दुनिया के हर इलाके में जाना है। दुनिया बुद्ध के इस देश के साथ कंधे से कंधा मिलाकर चलना चाह रही है।
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने कहा कि भारत में शिक्षा मानवता के लिए हमारे योगदान का एक माध्यम मानी जाती है। हम सीखते हैं ताकि अपने ज्ञान से मानवता का भला कर सकें। दो दिन के बाद ही 21 जून को अंतरराष्ट्रीय योग दिवस है। आज भारत में योग की सैंकड़ों विधाएं मौजूद हैं। हमारे ऋषियों ने इसके लिए कितना गहन शोध किया होगा लेकिन किसी ने योग पर एकाधिकार नहीं बनाया। आज पूरा विश्व योग को अपना रहा है। योग दिवस एक वैश्विस उत्सव बन गया है।
यह हमारे लिए बड़ा दिन : नीतीश
बिहार के मुख्यमंत्री नीतीश कुमार ने इस कहा, “माननीय प्रधानमंत्री पहली बार राजगीर आए हैं। मैं तहेदिल से उनका और बाकी सभी अतिथियों का स्वागत करता हूं। इस कार्यक्रम में आने से पहले माननीय प्रधानमंत्री जी ने पुराने नालंदा विश्वविद्यालय (Nalanda University) के खंडहर का भी भ्रमण कर लिया है। माननीय प्रधानमंत्री जी, आपने देखा होगा कि पुराने नालंदा विश्वविद्यालय का कैंपस कितना बड़ा था। इस विश्वविद्यालय से 20-25 किलोमीटर तक के गांव भी जुड़े हुए थे। अभी तो काफी कम ही खुदाई हुई है।”
2017 में शुरू हुआ था नए नालंदा विश्वविद्यालय का निर्माण
वर्ष 2016 में नालंदा के खंडहरों को संयुक्त राष्ट्र विरासत स्थल घोषित किया गया था। इसके बाद विश्वविद्यालय का निर्माण कार्य 2017 में शुरू किया गया। विश्वविद्यालय का नया परिसर नालंदा के प्राचीन खंडहरों के पास बनाया गया है। इस नए कैंपस की स्थापना नालंदा विश्वविद्यालय अधिनियम, 2010 के माध्यम से की गई है। इस अधिनियम में स्थापना के लिए 2007 में फिलीपींस में आयोजित दूसरे दूसरे पूर्वी एशिया शिखर सम्मेलन में लिए गए निर्णय को लागू करने का प्रावधान किया गया था।