‘सनातन यात्रा’ ने सोमवती अमावस्या पर किया भोजन वितरण, कथा व्यास का सम्मान
बरेली@SanatanYatra. सनातन धर्म संस्कृति के विज्ञान को समर्पित ‘सनातन यात्रा’ परिवार ने सोमवती अमावस्या पर भोजन वितरण किया। साथ ही भागवत कथा व्यास पंडित रमाकान्त दीक्षित का सम्मान भी किया। आयोजन भगवान श्रीकृष्ण की छठी के उपलक्ष्य में बरेली के मोहल्ला कटघर स्थित प्राचीन श्री चौमुखी नाथ मन्दिर में किया गया था। यहां करीब एक हजार लोगों ने प्रसाद ग्रहण किया।
कार्यक्रम का शुभारम्भ महादेव के बाबा चौमुखीनाथ स्वरूप के पूजन के साथ किया गया। उन्हें कढ़ी-चावल एवं हलवे का भोग लगाया गया। इसके बाद आमजन को प्रसादी वितरण किया गया। इस अवसर पर ‘सनातन यात्रा’ के संस्थापक विशाल गुप्ता ने बताया कि यह अभियान सनातन संस्कृति एवं परम्पराओं के विज्ञान को समर्पित है। आज का युग विज्ञान का युग है। इसके तहत युवाओं की धर्म एवं विज्ञान सम्बंधी जिज्ञासाओं का समाधान किया जाता है।
कथा व्यास आचार्य रमाकान्त दीक्षित ने अभियान की सराहना की। इस अवसर पर उन्हें शॉल ओढ़ाकर एवं पगड़ी पहनाकर सम्मान किया गया। समाजशास्त्री डॉ. प्रीति गुप्ता ने धर्म और समाज के सम्बंध पर प्रकाश डाला। वरिष्ठ अधिवक्ता आलोक शंखधर ने कहा कि सनातन धर्म की प्रत्येक परम्परा पूर्णतया विज्ञानाधारित है, लेकिन कालान्तर में कुछ भ्रांतियां प्रवेश कर गयी हैं। इस अभियान के माध्यम से उन्हें दूर करने का काम किया जा रहा है।
बता दें कि बाबा चौमुखी नाथ मंदिर बरेली के प्राचीनतम मन्दिरों में एक है। इतिहासकार बताते हैं कि इसकी स्थापना करीब 1500 साल पहले दक्षिण के सम्राट विष्णुगुप्त के प्रतिनिधियों ने अपने विजय अभियान के दौरान कराया था। यहां की प्राचीन मूर्तियों में दक्षिण भारतीय शैली देखने को मिलती है।
कार्यक्रम में उर्मिला गुप्ता, डॉ. प्रीति गुप्ता, अनुवन्दना माहेश्वरी, हरिशंकर गुप्ता, आलोक शंखधर सचिन भारतीय एवं कौशिक टण्डन का विशेष योगदान रहा। इस अवसर पर डॉ.एस. धनन्जय, डॉ. गौरीशंकर शर्मा, प्रभाकर प्रभात, पार्थ अजमेरा, अंजुम विसारिया, गिरिजाकान्त गंगवार, आनन्द परितोष, प्रवेश गुप्ता, मां शोभना एवं सार्थ माहेश्वरी समेत बड़ी संख्या में गणमान्य नागरिक उपस्थित रहे।