vastu_tips: घर का मुख्य द्वार दक्षिण दिशा में हो तो अवश्य करें यह उपाय…
@sanatanyatra: वास्तु शास्त्र में दिशाओं का बेहद खास महत्व होता है। वहीं घर का मुख्य दरवाजा यदि पूर्व या उत्तर दिशा में हो तो यह उत्तम माना गया है। जबकि, पश्चिम दिशा में मुख्य द्वार हो तो ये कम अच्छा है, लेकिन दक्षिण मुखी मकान तो बिल्कुल शुभ नहीं माना गया है। मान्यता है कि घर का मुख्य द्वार अगर सही दिशा में न हो तो घर में लगातार नकारात्मक प्रभाव पड़ता है और वास्तु दोष बना रहता है. लेकिन, किसी कारण यदि आपके मकान का मुख्य द्वार दक्षिण दिशा में ही खुल रहा तो तब क्या करें…? जानें इसका उपाय…
वास्तु शास्त्र के अनुसार एक बार घर बन जाने के बाद उसे दोबारा तोड़कर बनाया नहीं जा सकता है, इसलिए घर बनाते समय वास्तु का बेहद खास ध्यान रखना चाहिए। विशेष कर घर का मुख्य द्वार दक्षिण दिशा में बिल्कुल नहीं रखना चाहिए। क्योंकि, दक्षिण दिशा यम की दिशा मानी जाती है। इसका प्रभाव घर पर बेहद अशुभ पड़ता है। लगातार घर-परिवार में आर्थिक, शारीरिक और मानसिक कष्ट बना रहता है. लेकिन, यदि किसी मजबूरी में आप अपने घर का द्वार दक्षिण दिशा में रखे हैं या रखना पड़ रहा है तो उससे पहले कुछ उपाय आपको वास्तु दोष से बचा सकते हैं।
घर का मुख्य द्वार दक्षिण दिशा में हो तो…
भगवान गणेश का चित्र: अगर आपके घर का मुख्य द्वार दक्षिण दिशा में है तो घर के द्वार पर गणेश भगवान का चित्र अवश्य बनवाएं. भगवान गणेश विघ्नहर्ता माने जाते हैं, ये सभी प्रकार के विघ्न समाप्त कर देते हैं।
स्वस्तिक का चिन्ह बनाएं: घर का मुख्य द्वार दक्षिण दिशा में हो तो घर की दोनों दीवार में स्वास्तिक चिन्ह अवश्य बनाएं या चांदी का स्वास्तिक मुख्य द्वार पर लटका दें. स्वास्तिक शुभता का प्रतीक माना जाता है।
पंचमुखी हनुमानजी का चित्र: अगर आप घर के मुख्य द्वार पर पंचमुखी हनुमान जी की तस्वीर लगते हैं तो सारे दोष स्वत समाप्त हो जाएंगे और परिवार की रक्षा भगवान हनुमान करेंगे।
कैक्टस का पौधा लगाएं: घर दक्षिणमुखी हो तो मुख्य द्वार पर कैक्टस का पौधा अवश्य लगाएं. यह पौधा कांटेदार होता है और बुरी नजरों से घर के सदस्यों को बचाता है, इसलिए अगर आपका घर का मुख्य द्वार दक्षिण दिशा में हो तो यह सब कार्य अवश्य करना चाहिए।