@sanatanyatra: शक्ति की अवतार माँ भ्रामरी देवी जगदम्बा भवानी शाकम्भरी का ही एक स्वरूप है।माँ भ्रामरी देवी का मंदिर हरियाणा
ज्योतिष शास्त्र में योगिनी दशाओं का महत्वपूर्ण स्थान है। योगिनी दशाएं स्वयं भगवान शिव के द्वारा बनाई हुई हैं एवं [
ज्योतिष में जिस प्रकार पंचांग को बनाने के लिए तिथि, नक्षत्र, करण वार चाहिए होता है उसी प्रकार पांचवां अगं […]
।ॐ अर्यमा न त्रिप्य्ताम इदं तिलोदकं तस्मै स्वधा नमः।…ॐ मृत्योर्मा अमृतं गमय।। पितरों में अर्यमा श्रेष्ठ है। अर
भाद्रपद शुक्ल पूर्णिमा, दिनांक 18 सितम्बर 2024, बुधवार को यह ग्रहण अण्टार्कटिका के कुछ भाग, पश्चिमी हिन्द महासागर, मध्�
पितृलोक से पृथ्वी लोक पर पितरो के आने का मुख्य कारण उनकी पुत्र-पौत्रादि से आशा होती है की वे उन्हें […]
@sanatanyatra:चौसठ योगिनी मंदिर या चौंसठ योगिनियां प्रायः आदिशक्ति मां काली का अवतार या अंश होती हैं। घोर नामक दैत्य के [&hellip
डेस्क@SanatanYatra. भगवान शिव सनातन त्रिदेवों ब्रह्मा, विष्णु, महेश में प्रमुख भगवान शिव हैं। भगवान शिव ज्ञान और जीवन के सब�
हो श्री राधे श्री राधे श्री राधे श्री राधे :आईये मेरे साथ राधा सहस्त्र नाम यात्रा प्रारंभ करिये—– श्री राधाश्र�
श्रीराधा कृपाकटाक्ष स्तोत्र के पाठ से साधक नित्यनिकुंजेश्वरि श्रीराधा और उनके प्राणवल्लभ नित्यनिकुंजेश्वर ब्�
हमारी टीम
संस्थापक-सम्पादक : विशाल गुप्ता प्रबन्ध सम्पादक : अनुवन्दना माहेश्वरी सलाहकार सम्पादक : गजेन्द्र त्रिपाठी ज्वाइंट एडिटर : आलोक शंखधर RNI Title Code : UPBIL05206