सनातन नव संवत 2081 कैसा रहेगा और कौन होगें इस वर्ष के राजा और मंत्री ?
सनातन हिंदू नव वर्ष संवत 2081 का आरंभ चैत्र मास के शुक्ल पक्ष की प्रतिपदा तिथि से होता है। नए संवत के राजा को लेकर दुविधा बना हुआ है कि नव वर्ष के राजा कौन होंगे मंगल या चंद्रमा।
सनातन हिंदू पंचांग के अनुसार सनातन नए संवत 2081 का आरंभ चैत्र मास की शुक्ल पक्ष की प्रतिपदा तिथि 09 अप्रैल से होने जा रहा है। ऐसे में अब सवाल उठता है कि नए संवत का राजा कौन होगा। संवत के लागू होने का जो नियम है इसके अनुसार, जो तिथि जिस समय से लगती हैं।उसी समय से संवत का स्वामी या राजा तय किया जाता है।
ऋषिकेश पंचांग के अनुसार, संवत 2081 में08 अप्रैल को सोमवार की रात्रि में 11 बजकर 55 मिनट पर प्रतिपदा तिथि का आरंभ होगा। जबकि पंचांग दिवाकर के अनुसार, रात में 11 बजकर 51 मिनट से चैत्र शुक्ल प्रतिपदा तिथि लग जा रही है।इस संवत् का नाम “कालयुक्त” होगा, तथा इस वर्ष के राजा “मंगल” व मंत्री “शनि” होंगे ।
सनातन नव संवत 2081 के राजा और मंत्री कौन ?
संवत 2081 का राजा चंद्रमा होगा या मंगल। सवाल इसलिए उठ रहा है कि कई पंचांगों में उदया तिथि को लेते हुए वर्ष का राजा मंगल बताया जा रहा है और उसके मंत्री शनि होंगे। लेकिन कुछ ज्योतिषियों का मत है कि चैत्र शुक्ल प्रतिपदा तिथि 08 तारीख को ही रात में 12 बजे से पहले लग जा रही है ऐसे में संवत 2081 के राजा चंद्रमा होंगे और उनके मंत्री शनि महाराज ही होंगे।
कैसा रहेगा सनातन नव संवत 2081 ?
इन स्थितियों में इस साल अच्छी वर्षा होगी और प्रजा सुखी और संपन्न होगी। रस वाले पदार्थों का उत्पादन अच्छा होगा। देश में धर्म कर्म के कार्य अधिक होंगे। जनता के प्रभाव में भी वृद्धि देखने को मिलेगी और कई बार जनता का प्रभाव सत्ता पर अधिक दिख सकता है और जनहित के कार्यों में राजा का फोकस अधिक रहेगा। महिलाओं से संबंधित कई बड़े और लाभकारी निर्णय लिए जा सकते हैं। विभिन्न क्षेत्रों में महिलाओं का प्रभाव भी बढ़ेगा। आइए जान लेते हैं इसका राशियों पर भी कैसा प्रभाव रहेगा।
इन 4 राशियों के लिए नया संवत विशेष लाभकारी रहने वाला है।
संवत 2081 के राजा मेष और वृषभ राशि को देंगे लाभ
मेष राशि – इस राशि के जातकों के लिए भी नया संवत लाभकारी और फलदायी रहने वाला है। इस साल गुरु की शुभ स्थिति का लाभ भी इनको मिलेगा।
वृषभ राशि – इस राशि के जातकों के लिए संवत 2081 विशेष लाभकारी होगा क्योंकि गुरु का गोचर इनकी राशि में होगा। ऐसे में नया संवत आपको उन्नति दिलाने वाला रहेगा। धर्म कर्म और शुभ कार्य भी आपके घर में खूब होंगे।
कर्क राशि – इस राशि के जातकों को शनि की ढैय्या के प्रभाव में कुछ कमी आएगी और राहत की सांस ले पाएंगे। साल के अंत में मेहनत का लाभ मिलेगा।
कुंभ राशि – इस राशि के जातकों के लिए चंद्रमा का राजा होना और शनि का मंत्री पद पर विराजमान होना लाभकारी रहेगा। प्रचलित मत से मंगल का राजा होना भी इनके लिए शुभ रहने वाला है।
ज्योतिषाचार्य राजेश कुमार शर्मा