आज से प्रारम्भ होलाष्टक जाने महत्व और किन कामों को करें,क्या न करें!
🔴 होलाष्टक 🔴 फाल्गुन माह के शुक्ल पक्ष की अष्टमी तिथि 17 मार्च 2024, रविवारआज से शुरू हो रहा है और फाल्गुन पूर्णिमा 24 मार्च 2024 पर समाप्त होंगे। इस दिन होलिका दहन होगा और 25 मार्च 2024 को रंगवाली होली खेली जाएगी।
होलाष्टक शब्द होली और अष्टक दो शब्दों से मिलकर बना है, जिसका अर्थ होता है होली के आठ दिन।होलाष्टक के दौरान सभी ग्रह उग्र स्वभाव में रहते हैं, जिसके कारण शुभ कार्यों का अच्छा फल नहीं मिल पाता है।
कब से शुरू है होलाष्टक 2024?
वैदिक पंचांग के अनुसार, इस साल 16 मार्च की रात 09:39 पीएम से फाल्गुन शुक्ल अष्टमी तिथि लग रही है और 17 मार्च को सुबह 09:53 एएम पर खत्म हो रही है। उदयातिथि के आधार पर फाल्गुन शुक्ल अष्टमी तिथि 17 मार्च को है, इस वजह से होलाष्टक का प्रारंभ 17 मार्च से हो रहा है।
होलाष्टक हिंदू धर्म की सबसे महत्वपूर्ण अवधि मानी जाती है। ज्योतिष शास्त्र के अनुसार, इस दौरान ज्यादा से ज्यादा धार्मिक कार्य करना चाहिए, जिससे इसका बुरा प्रभाव आपके जीवन पर न पड़ सके।इस दौरान शुभ कार्य करने की मनाही होती है। इन दिनों में भगवान को याद करके मंत्र जप, साधना और आध्यात्मिक कार्य करना चाहिए ।
▪️मांगलिक कार्य वर्जित-:
होलाष्टक होली से 8 दिन पहले शुरू हो जाते हैं, धार्मिक मान्यता के अनुसार इन आठ दिनों में कोई भी मांगलिक कार्यक्रम जैसे शादी, विवाह, मुंडन, गृह निर्माण, गृह प्रवेश आदि कार्य वर्जित माने जाते हैं।।