हनुमान चालीसा श्री गुरु चरण सरोज रज,निज मनु मुकुर सुधारि। बरनऊँ रघुबर बिमल जसु,जो दायकु फल चारि॥ बुद्धिहीन तनु जान
श्रीराम हृदयम् (Sri Ram Hridayam Lyrics in Hindi) – श्रीमहादेव उवाच –ततो रामः स्वयं प्राहहनूमंतमुपस्थितम्।श्रृणु तत्त्वं प्रवक�
जनक उवाच –अहो निरंजनः शान्तोबोधो ऽ हं प्रकृतेः परः ।एतावंतमहं कालंमोहेनैव विडम्बितः ॥ २-१ ॥ राजा जनक कहते हैं –
जनक उवाच –कथं ज्ञानमवाप्नोति,कथं मुक्तिर्भविष्यति।वैराग्य च कथं प्राप्तमेतदब्रूहि मम प्रभो॥१-१॥ वयोवृद्ध रा�
नामु मंथरा मंदमतिचेरी कैकइ केरि।अजस पेटारी ताहिकरि गई गिरा मति फेरि॥12॥मन्थरा नाम की कैकेई की एक मंदबुद्धि दासी थ�
प्रभु श्रीराम, जनकनंदिनी माता सीता, एवं माँ अंजनि के लाल,वीर महावीर, पवन पुत्र, भक्त सीरोमण श्री हनुमान जी महाराज का
ज्योतिष शास्त्र में योगिनी दशायें काफी महत्वपूर्ण मानी जाती हैं। यह योगिनी दशायें आठ होती हैं। जिन्हें अष्ट योगि
प्राचीन काल में एक अरुण नामक दैत्य था। उसने ब्रह्माजी का कठोर तप किया। ब्रह्माजी प्रसन्न हुए। अरुण ने ब्रह्माजी [&he
हो श्री राधे श्री राधे श्री राधे श्री राधे :आईये मेरे साथ राधा सहस्त्र नाम यात्रा प्रारंभ करिये—– श्री राधाश्र�
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